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Surya Grahan (सूर्य ग्रहण) 2020: 21 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण न तो पूरी तरह से आंशिक होगा और ना ही पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। विशेषज्ञों का मानना हैं की 21 जून 2020 को चन्द्रमा 85%-90% ही सूर्य को ढक पायेगा। जिससे सूर्य का आकर एक अग्नि में लपटी हुई अंगूठी की तरह दिखाई देगा। जानकारी के लिए आपको बता दें कि इस सूर्य ग्रहण मे कई बातों का ध्यान रखना जरूरी है। बता दें कि अगर ग्रहण शनैश्चरी अमावस्या के दिन पड़ता है तो उस दिन, स्तोत्र-पाठ, जप-पाठ, दान और, तीर्थस्थान, मंत्र सिद्धि और हवन आदि का काफी महत्व बढ़ जाता है।
सूर्य ग्रहण कैसे होता है इसके बारे में अगर आपको बताएं तो जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच में से होकर जाता है तो इस खगोलीय घटना को ही हम सूर्य ग्रहण कह सकते है। दरअसल इस स्थिति में चंद्रमा की छाया सूर्य पर पड़ जाती है जिसके कारण ग्रहण होता है। आपकी जानकारी के लिए बता दे की साल 2020 का यह सूर्य ग्रहण न तो आंशिक है और न ही पूर्ण सूर्य ग्रहण है।
जून 21, 2020 को सूर्य ग्रहण 10 बजकर 36 मिनट शुरू हो जाएगा जो 11 बजकर 58 मिनट तक चरम तक पहुँचेगा और 1 बजकर 36 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। इस दौरान कई बातों का विशेष ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है।
सूर्य ग्रहण प्रारम्भ काल - 10 बजकर 36 मिनट, जून 21, 2020
सूर्य ग्रहण मध्यकाल - 11 बजकर 58 मिनट, जून 21, 2020
सूर्य ग्रहण समाप्ति काल - 1 बजकर 36 मिनट, जून 21, 2020
खण्डग्रास की अवधि - 04 घण्टे 00 मिनट
आपको बता दें कि जून 20, 2020 को होने वाले सूर्य ग्रहण के दिन 10:36 बजे से सूतक लग जाएगा जो 10:56 मिनट तक रहेगा। इसमें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए वो हमने नीचे बताये है।
1. इस दौरान किसी भी प्रकार का नया काम शुरू न करें।
2. भोजन न तो बनाएं और न ही इस दौरान खाना खाएं।
3. शौच न जाएं सूतक के दौरान।
4. सबसे अहम बात तो यह है कि आपको इस दौरान देवी-देवताओं की मूर्ती और तुलसी के पौधों का स्पर्श न करें।
5. सूतक के दौरान दांतुन न करें और साथ ही बालों में कंघी भी न डालें।
1. सूतक के दौरान आप सूर्य संबंधित मंत्रों का उच्चारण कर सकते है। इससे बहुत फायदा होगा।
2. जब ग्रहण समाप्त हो जाए तो उसके बाद घर में पुनः शुद्धिकरण के लिए गंगाजल का छिड़काव अवश्य करें।
3. ग्रहण की समाप्ति के तत्पश्चात स्नान अवश्य करें।
4. जब ग्रहण और सूतक समाप्त हो जाए तो इसके बाद देवी-देवताओं की मूर्तियों को गंगाजल से शुद्ध करें।
5. ग्रहण से पहले बनाया गया खाना न खाएं और ताजा खाना बनाएं।
1. सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को काफी बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है जैसे:
2. ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर न निकलना चाहिए।
3. ग्रहण को देखने की गलती कतई न करें।
4. सिलाई एवं कढ़ाई का काम न करें।
5. ग्रहण के दौरान सब्जी न काटें और कुछ भी सब्जी या फल न चीलें।
6. सुई तथा चाकू का प्रयोग न करें।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार सूर्य ग्रहण से एक दिन पहले मंगल राशि परिवर्तन करके जल-तत्व राशि वृश्चिक में गोचर करेगा। जिसके कारन मौसम में परिवर्तन देखने को मिल सकता है। मंगल का राशि परिवर्तन भारी बर्फ़बारी, भूकंप, और भारी बारिश की ओर संकेत कर रहा है।
सूर्य ग्रहण का आपकी राशि पर और नये साल पर क्या प्रभाव पड़ेगा? ज्योतिषीय परामर्श के लिये गाइडेंस लें इन्डिया के बेस्ट एस्ट्रोलॉजर्स से।
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