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भारतीय संस्कृति में ईश्वर के प्रति अटूट विश्वास सदैव से रहा है। मंत्रों की शक्ति, ईश्वर से संवाद का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। जीवन में आने वाले कष्टों से मुक्ति पाने और दैवीय शक्तियों की सहायता प्राप्त करने के लिए मंत्रों का जाप अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है।
स्त्री शक्ति का सम्मान भारत में सदैव से रहा है। माँ दुर्गा, स्त्री शक्ति का प्रतीक हैं। उनका पूजन भारत में सर्वोच्च स्थान रखता है। माँ दुर्गा के 32 नाम, शक्ति और चमत्कार का अद्भुत संगम हैं। इन नामों का जाप जीवन में आने वाली सभी समस्याओं, कष्टों और संकटों से मुक्ति दिलाता है।
पुराणों और वेदों में माँ दुर्गा के 32 नामों का उल्लेख मिलता है। मार्कंडेय पुराण और दुर्गा सप्तशती में इन नामों का विशेष महत्व बताया गया है। इन नामों का जाप करने से जीवन में आने वाली बाधाओं का नाश होता है और भक्तों को शक्ति और आत्मविश्वास प्राप्त होता है।
माँ दुर्गा के 32 नाम:
ॐ दुर्गा
दुर्गतिशमनी
दुर्गाद्विनिवारिणी
दुर्गसाधिनी
दुर्गनाशिनी
दुर्गनिहन्त्री
दुर्गमापहा
दुर्गेश्वरी
दुर्गाभयंकरी
दुर्गामुखी
दुर्गारूपिणी
दुर्गामृत्युंजय
दुर्गाविनायकी
दुर्गादेवी
दुर्गारुद्र
दुर्गाकालिका
दुर्गाचंडी
दुर्गाब्रह्माणी
दुर्गामहेश्वरी
दुर्गायोगिनी
दुर्गाविष्णु
दुर्गालक्ष्मी
दुर्गासरस्वती
दुर्गापार्वती
दुर्गागंगा
दुर्गायमुना
दुर्गासरस्वती
दुर्गाभागीरथी
दुर्गानर्मदा
दुर्गासिंधु
दुर्गागौरी
दुर्गामहागौरी
नवरात्रि के दौरान इन नामों का जाप करना विशेष रूप से फलदायी होता है। इन नामों का जप करते समय भक्तों को मन में माँ दुर्गा का ध्यान करना चाहिए और उनसे अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।
माँ दुर्गा के 32 नामों का जाप:
जप की विधि: इन नामों का जाप किसी भी शुभ दिन, शुभ समय में किया जा सकता है। जप करते समय सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
जप की संख्या: आप अपनी सुविधानुसार 108, 54, 27 या 11 बार इन नामों का जाप कर सकते हैं।
जप के लिए माला: आप तुलसी, रुद्राक्ष, चंदन या स्फटिक की माला का उपयोग कर सकते हैं।
माँ दुर्गा के 32 नामों का जाप एक शक्तिशाली उपाय है जो जीवन में आने वाली सभी समस्याओं और कष्टों से मुक्ति दिलाता है।
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