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विराट कोहली, भारतीय क्रिकेट के सितारे और क्रिकेट की दुनिया में एक महान नाम हैं। उनका जन्म 5 नवम्बर 1988 को दिल्ली में हुआ था। उनके खेल कौशल, अनुशासन और उनकी आक्रामकता ने उन्हें आधुनिक क्रिकेट का सबसे सफल बल्लेबाज बना दिया है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि उनकी सफलता के पीछे उनके ग्रहों का भी बड़ा हाथ है? इस लेख में हम विराट कोहली के जीवन और करियर को ज्योतिषीय दृष्टिकोण से समझने की कोशिश करेंगे।
विराट कोहली की जन्म कुंडली के अनुसार, उनका जन्म मकर लग्न में हुआ है और उनकी चंद्र राशि कर्क है। मकर लग्न उनके जीवन में अनुशासन, मेहनत और समर्पण का प्रतीक है। चंद्र राशि कर्क ने उन्हें भावनात्मक और मानसिक दृढ़ता प्रदान की है।
उनकी कुंडली में मंगल और सूर्य का मजबूत प्रभाव है, जो उन्हें आक्रामक और नेतृत्व क्षमता देता है। मंगल, खेल और शारीरिक शक्ति का ग्रह, उनकी कुंडली में प्रमुख स्थान पर है। यह उनकी खेल क्षमता और मानसिक ताकत को दर्शाता है। सूर्य, आत्मविश्वास और नेतृत्व का प्रतीक, उन्हें एक सफल कप्तान बनने में मदद करता है।
विराट कोहली के करियर की शुरुआत 2008 में हुई थी, जब वह भारतीय अंडर-19 टीम के कप्तान थे और उन्होंने टीम को विश्व कप जिताया था। उस समय उनकी कुंडली में शनि की महादशा चल रही थी, जो उनके करियर में स्थिरता और मेहनत का संकेत था।
शनि की महादशा के बाद, बुध की महादशा शुरू हुई, जो 2015 तक चली। बुध, बुद्धि और संवाद का ग्रह है, जिसने विराट को तकनीकी रूप से सक्षम बल्लेबाज बनने में मदद की। इस दौरान विराट ने कई महत्वपूर्ण मैचों में शानदार प्रदर्शन किया और भारतीय टीम के प्रमुख बल्लेबाज बने।
विराट कोहली का विवाह बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा से हुआ है। दोनों की जोड़ी को 'विरुष्का' के नाम से जाना जाता है। उनकी कुंडली में शुक्र और चंद्र का अच्छा प्रभाव है, जिसने उन्हें एक सफल और सुखी वैवाहिक जीवन दिया है। शुक्र, प्रेम और कला का ग्रह, उनके जीवन में संतुलन और सौंदर्य का प्रतीक है।
विराट कोहली की कुंडली के अनुसार, आने वाले वर्षों में उनकी शनि की महादशा चलेगी। शनि का प्रभाव उन्हें और अधिक परिपक्व और जिम्मेदार बनाएगा। उनके खेल करियर में स्थिरता बनी रहेगी और वे अपनी नेतृत्व क्षमता से टीम को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
शनि की महादशा के दौरान, उन्हें स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा। योग और ध्यान उनके लिए लाभकारी साबित हो सकते हैं। उनके खेल जीवन में नए कीर्तिमान स्थापित करने की संभावनाएं बनी रहेंगी।
विराट कोहली की कुंडली में कई प्रमुख ग्रहों की स्थिति ने उन्हें एक सफल क्रिकेटर बनने में मदद की है। मंगल और सूर्य के मजबूत प्रभाव ने उन्हें आक्रामकता और आत्मविश्वास दिया है। शनि और बुध की दशाओं ने उनके करियर में स्थिरता और तकनीकी क्षमता को बढ़ाया है।
उनकी कुंडली में शुक्र और चंद्र का प्रभाव उनके व्यक्तिगत जीवन में सुख और संतुलन लाया है। आने वाले वर्षों में शनि की महादशा उन्हें और अधिक जिम्मेदार और परिपक्व बनाएगी।
विराट कोहली न केवल एक महान क्रिकेटर हैं, बल्कि उनकी कुंडली भी उनकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उनके ग्रहों की स्थिति ने उन्हें मानसिक और शारीरिक ताकत, तकनीकी क्षमता और नेतृत्व गुण प्रदान किए हैं। उनकी कुंडली का विश्लेषण हमें यह समझने में मदद करता है कि उनकी सफलता केवल उनकी मेहनत का परिणाम नहीं है, बल्कि उनके ग्रहों का भी महत्वपूर्ण योगदान है।
विराट कोहली की कुंडली में आने वाले वर्षों में भी कई महत्वपूर्ण घटनाएं और सफलताएं देखने को मिलेंगी। उनकी नेतृत्व क्षमता और खेल कौशल भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। ज्योतिषीय दृष्टिकोण से, विराट का भविष्य उज्ज्वल और संभावनाओं से भरा हुआ है।
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