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पार्थिव पूजा

पूजा का विवरण

इसके बाद हम आपको बताते हैं पार्थिव पूजा के बारे में। इसे पार्थिव शिव पूजा भी कहते हैं। पार्थिव पूजा अर्थात् शिव पूजन का विशेष महत्व है। यह पूजा करने वाले भक्तों पर सदैव शिव कृपा बनी रहती है।

आइए आपको बताते हैं इस पूजा से होने वाले लाभ और उसके महत्व के बारे में।

1. सावन मास शिव भगवान का माह माना जाता है, इसलिए इस माह में पार्थिव लिंग बनाकर शिव पूजन करें। इससे आपको मनवांछित वस्तु की प्राप्ति होगी।

2. आप गऊ का गोबर, गुड़, मक्खन और भस्म मिलाकर भी शिवलिंग बना सकते हैं। यह शिवलिंग 12 अंगुल से ऊंचा नहीं हो, क्योंकि इससे आप पार्थिव लिंग की सही से पूजा नहीं कर पाएंगे। इस पूजा में यह शिवलिंग बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।

3. पूजा में ऊँ शिवाय नम: मंत्र से शिवार्चना करनी चाहिए। इससे भगवान शिव अपने भक्तों पर प्रसन्न होते हैं और उन्हें मनवांछित फल देते हैं

4. शिवलिंग पर तीन सेर प्रसाद चढ़ाएं साथ ही जो प्रसाद शिवलिंग से स्पर्श कर जाए, उसे ग्रहण नहीं करें। शिवलिंग स्पर्श से दूर प्रसाद को ही ग्रहण करें। ये बताए हमने आपको भौम शान्ति पूजा, पार्थिव पूजा के लाभ और उसके महत्व के बारे में। इसे करने के बाद आप भी आपकी जिंदगी भी खुशहाल हो जाएगी।