>
बुध पूजा बुधवार के दिन की जाती है। यह पूजा व्यापारियों के लिए विशेष लाभदायक होती है। बुध पूजा के लिए सूर्योदय से पहले उठें। फिर पूरे घर को साफ करें। इसके बाद स्नान कर पूरे घर में गंगा जल का छिड़काव करें। ये सब करने के बाद भगवान गणेश की पूजा करें। इससे व्यापार के क्षेत्र में आने वाली सभी अड़चनें दूर हो जाएंगी। बुध देव की कृपा से व्यक्ति का बौद्धिक विकास होता है। इस दिन व्रत भी रखना चाहिए और गणेश भगवान की कहानी सुननी चाहिए। लगातार 21 बुधवार को पूजा करने और व्रत रखने से व्यवसाय में धन, बुद्धि और लाभ में वृद्धि होती है। इस व्रत के दिन स्नान के बाद हरे रंग के कपड़े पहनने चाहिए इससे भगवान बुध जल्दी प्रसन्न होते हैं। बुध देव की पूजा के लिए हरे रंग की वस्तुओं का ही प्रयोग करना चाहिए। पूजा के पश्चात ब्राह्मण को भोजन और दान दें। ये बताया हमने आपको बुध पूजा का लाभ और महत्व। अब हम आपको गुरु पूजा के लाभ और इसके महत्व के बारे में बताएंगे। आप यदि एस्ट्रोस्वामीजी के अनुभवी ज्योतिषाचार्यों की मदद से बुध पूजा संपन्न कराते हैं तो निश्चित रूप से हम पूरी विधि विधान से आपकी पूजा को फलदायी बनाने में आपकी मदद कर सकते हैं.