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रुद्राभिषेक पूजा

पूजा का विवरण

देवों के देव महादेव भक्तों से बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। वह अपने भक्तों को कभी भी निराश नहीं करते हैं। शिव शंकर को रूद्र नाम से भी जाना जाता है। इसलिए उन्हें रुद्राभिषेक बेहद प्रिय है। शिवलिंग पर मंत्रों के साथ दूध से पूजा करने का विशेष महत्व है। रुद्राभिषेक करने से सभी की मनोकामनाएं कम समय में पूरी होती हैं। वहीं इससे कष्ट दूर होते हैं। रुद्राभिषेक को अलग–अलग शिवलिंग पर करने का भी विशेष महत्व माना गया है। इससे श्रद्धालुओं को अलग—अलग फल की प्राप्ति होती है। रुद्राभिषेक के लिए शिव निवास देखना बेहद जरूरी है। इसे नजरअंदाज करके आप शिव को मनाने की सोच भी नहीं सकते हैं। आइए हम आपको रुद्राभिषेक पूजा के लाभ के बारे में बताते हैं। इसे करने के बाद आपकी सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी। रुद्राभिषेक पूजा के लाभ 1. रुद्राभिषेक को सावन के महीने में करने से भोलेनाथ अत्यंत प्रसन्न होते हैं। इसे करने के बाद आपके घर से सभी बुरी शक्तियों को विनाश होता है। 2. इसे करने से आपके परिवार पर शिव जी की कृपा बरसती है। घर में खुशियां आती हैं। पुराने समय से संपत्ति को लेकर चल रहे विवाद का भी निपटान हो जाता है। 3. रुद्राभिषेक पूजा सभी ग्रह बाधाओं और समस्याओं का जड़ से विनाश करती है। आपको तनाव से दूर करने में भी यह बेहद लाभकारी सिद्ध होगा। 4. यह आपको शिक्षा, रोजगार और करियर के मार्ग में आने वाली अड़चनों को दूर कर सफलता दिलाता है। 5. रुद्राभिषेक पूजा करने के बाद आपमें सकारात्मक शक्तियों का वास होता है। घर से नकारात्मक शक्तियां दूर चली जाती हैं। 6.इसे करने के बाद आपको कभी भी वित्तीय समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है और पति—पत्नी के बीच मधुर संबंध स्थापित होता है। जी हां, यह बेहद उपयोगी माना इसलिए भी माना जाता है, क्योंकि आपके घर में इसे पैसों से संबंधित कोई भी मुसीबत नहीं आती है। यदि आती भी है, तो झट से उसका समाधान भी निकल जाता है। 7. रुद्राभिषेक पूजा से आपके स्वास्थ्य में सुधार आता है। आप स्फूर्ति के साथ कार्य करने लगते हैं। आपमें एक नई उर्जा का वास होता है। रुद्राभिषेक में गाय के दूध का भी इस्तेमाल बेहद उपयोगी होता है। इससे आरोग्य मिलता है। 8. मंदिर के शिवलिंग पर रुद्राभिषेक करना सबसे उत्तम माना जाता है। इसके अलावा आप घर के शिवलिंग पर भी अभिषेक कर सकते हैं। 9. भोलेनाथ को घी से अभिषेक करने से आपका वंश बढ़ता है, जबकि शहद से आपकी पुरानी सभी बीमारियां नष्ट हो जाती हैं। इसके अलावा जिन कन्याओं की शादियों में बाधा उत्पन्न हो रही हो, वह यदि रुद्राभिषेक करती हैं, तो उनका विवाह जल्द से जल्द से होने की संभावना है। 10. शक्कर मिले दूध से अभिषेक करने से इंसान विद्वान बनता है और संतान सुख की प्राप्ति होती है। किसी भी अच्छे कार्य को करने से पहले समय और मुहूर्त का विशेष ध्यान दिया जाता है। ऐसे में सभी रोगों काराम बाण है 'रुद्राभिषेक'। इसे उत्तम योग में ही करें और इसे करने के बाद देखें कि आप कैसे खुशहाल हो जाते हैं। आप एस्ट्रोस्वामीजी की ऑनलाइन पूजा सेवा के द्वारा इस पूजा को आसानी से पूर्ण करवा सकते हैं| हमारे अनुभवी पंडित जी आपकी इस पूजा को विधि-विधान से पूरी करवा देंगे|