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शनि पूजा

पूजा का विवरण

शनि देव की पूजा का विशेष महत्व होता है। शनिवार के दिन प्रात:काल उठकर शनि देव की पूजा करनी चाहिए। पीपल के पेड़ में जल चढ़ाना चाहिए। सूत्र बांधकर सात बार उसकी परिक्रमा करनी चाहिए। शाम को सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। इस दिन कोशिश करें काला कपड़ा पहना। इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं। इस दिन मंदिर में जाकर इनकी पूजा करनी चाहिए। आरती और चालीसा पढ़ने के बाद मंत्रोच्चारण करना चाहिए। शनि देव की पूजा करने से आपके अंदर घर चुकी नकारात्मक शक्तियां नष्ट हो जाएंगी। आपमें सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। इसके अतिरिक्त कुछ ऐसे उपाय हैं, जिन्हें करके आप शनि महाराज को प्रसन्न कर सकते हैं। 1. शनि देव की पूजा करने के बाद काला तिल और गुड़ चीटिंयों को खिलाएं। हो सके तो चमड़े के जूते और चप्पल भी दान करें। ऐसा करने से आप पर शनि की कृपा बरसती है। 2. पूजा करते समय शनि की मूर्ति के सामने देर तक नहीं खड़ा होना चाहिए। हो सके तो वहीं पूजा करें जहां शनि की शिला स्थापित हो। इससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। 3. शनिवार को दान देने से और गरीबों की मदद करने से भी शनि देव अति प्रसन्न होते हैं। इस दिन गरीबों को भोजन खिलाने से व्यापार में तरक्की होती है। 4. शनि बीज मंत्र ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम: का 108 बार जाप करने से भी पूजा का लाभ दोगुना हो जाता है। इसलिए पूजा करने के बाद इसका जाप जरूर करें। इससे आपके सभी बिगड़े काम बन जाएंगे। 5. शनि देव की पूजा के उपरांत काले कपड़े दान करने से आपसे उनकी कुदृष्टि हट जाती है और वह हर पग पर आपके साथ देते हैं। ये बताए हमने आपको शुक्र और शनि पूजा के लाभ—महत्व। इन्हें करने के बाद आपकी जिंदगी से तनाव हमेशा के लिए दूर हो जाएगा।